चाँद सूरज की परस्तिश हम नहीं करते..
दुनिया के मामूदों के आगे नहीं झुकते ....
मेरे खुदावंद ... तेरी सना मैं ... ज़िन्दगी भर गाऊंगा (२)
क्योंकि ज़िन्दा खुदा है हमारा .... ज़िन्दा खुदा है हमारा (२)
1. खुशखबरी फैलाएँगे .. रूह में भरते जाएँगे (२)
खोए सब इंसानों को ... पास येशू के लाएँगे (२)
पास येशू के लाएँगे ....
शैतानों के तूफानों से .. हम नहीं डरते (२)
क्योंकि ज़िन्दा खुदा है हमारा .... ज़िन्दा खुदा है हमारा (२)
2. तेरे गम को बढ़ा देंगे ... वो तुझे ना शिफ़ा देंगे (२)
जो हुए मिट्टी के ढेर ... वो किसी को क्या देंगे (२)
वो किसी को क्या देंगे....
इसलिए दर गैरों के ... हम नहीं जाते (२)
क्योंकि ज़िन्दा खुदा है हमारा .... ज़िन्दा खुदा है हमारा (२)
3. जब सिताइश होती है ... रूह की बारिश होती है (२)
येशू तेरी हजूरी में .... रूह की जुम्बिश होती है (२)
तेरी कुव्वत से ख़ाली .. हम नहीं रहते (२)
क्योंकि ज़िन्दा खुदा है हमारा .... ज़िन्दा खुदा है हमारा (२)
1 comment:
Halleluyah... Ameen...
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